सीएम अरविंद केजरीवाल पूरी दुनिया को बताया, आखिर कैसे कम किया दिल्ली में 25% प्रदूषण?

 मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डेनमार्क के कोपेनहेगन में आयोजित सी-40 जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये दिल्ली से हिंदी में संबोधित किया। इस दौरान दुनियाभर के देशों से पहुंचे महापौर को उन्होंने बताया कि दिल्ली में किस तरह प्रदूषण को कम करने में उन्हें सफलता मिली है। इसके साथ ही विश्व के अन्य शहरों के मेयर के साथ क्लीन एयर डिक्लेरेशन की घोषणा भी की है। इसमें पेरिस, लॉस एंजिल्स, कोपेनहेगन, बार्सिलोना और पोर्टलैंड के महापौर शामिल हुए। इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए केजरीवाल को कोपेनहेगन जाना था। लेकिन, विदेश मंत्रलय से अनुमति नहीं मिलने के कारण उन्हें दौरा रद करना पड़ा था। शुक्रवार को उन्होंने दिल्ली सचिवालय से वीडियो कान्फ्रेंसिंग से इसे संबोधित किया। इसमें अलग-अलग चरण में उन्होंने अपनी बात रखी। इस बीच स्वच्छ हवा के लिए शहर के समाधान सत्र के दौरान मुख्यमंत्री ने साल में वायु प्रदूषण कम करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दुनिया को दी। साथ ही इसमें जनता से मिले सहयोग को भी विस्तार से बताया। यही नहीं भविष्य में प्रदूषण को काबू करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों की भी जानकारी दी।


केजरीवाल ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वह कोपेनहेगन जाना चाहते थे, लेकिन किसी वजह से नहीं पहुंच सके। उन्हें खुशी है कि सी-40 की तरफ से क्लीन एयर सिटी के तौर पर शामिल 35 शहरों में दिल्ली भी शामिल है। चार साल में दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इसी का नतीजा है कि दिल्ली में 25 फीसद प्रदूषण कम हो गया है। इससे पहले दिल्ली प्रदूषण से लड़ रही थी। इसके बाद उन्होंने ऑड-इवेन लागू किया। इससे सड़कों से आधे वाहन कम हो गए। डीजल वाहनों पर रोक लगाई, थर्मल और कोयला आधारित पावर प्लांट बंद कराए गए। इसके अलावा इंडस्ट्री को सीएनजी आधारित किया गया। इसके लिए उन्हें मुआवजा दिया गया। इससे औद्योगिक प्रदूषण में कमी आई। पहले दिल्ली में पावर कट होता था। दो साल में बिजली व्यवस्था को दुरुस्त किया, 24 घंटे बिना कट के बिजली दी। इससे पांच लाख जनरेटर सेट बंद हुए हैं।