इतिश्री बगावत कथा / पांच साल तक सरकार में रह कर विपक्ष की भूमिका में रहे सरयू राय

जीतेंद्र कुमार| रांची . भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ते रहना सरयू राय की जीवटता रही है। चारा घोटाला उजागर करनेवाले प्रमुख नेताओं में उनका नाम है। झारखंड बनने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के कार्यकाल में खान अावंटन घोटाले को उजागर करने के लिए भी वे चर्चा में रहे। 2014 में मुख्यमंत्री रघुवर दास के कैबिनेट में मंत्री बने सरयू लगातार भ्रष्टाचार सामने लाए। इस दौरान रघुवर दास का ध्यान अाकृष्ट कराने के अलावा उन्हें घेरा भी।


मुख्यमंत्री को घोटालों के लिए पत्र भी लिखते रहे। वे एकमात्र मंत्री रहे, जो सरकार की गड़बड़ियों पर बोलते रहे। रघुवर-सरयू के बीच की दूरी काफी बढ़ गई तो महाधिवक्ता के मामले में सरकार के कार्रवाई नहीं करने पर फरवरी 2019 से कैबिनेट की बैठक में जाना बंद कर दिया। उन्हें सत्ता पक्ष में विपक्ष का नेता भी कहा जाने लगा था।


महाधिवक्ता के मामले में सरकार के कार्रवाई नहीं करने पर कैबिनेट की बैठक में जाना बंद कर दिया


मैनहर्ट पर सरयू राय ने रघुवर दास को घेरा
रांची के सिवरेज-ड्रेनेज सिस्टम की कंसल्टेंसी में हुई गड़बड़ी पर सरयू ने रघुवर दास को ही घेरा। क्योंकि जब मैनहर्ट को यह कंसल्टेंसी दी गई थी, तब नगर विकास मंत्री रघुवर दास ही थे। विधानसभा की विशेष कमेटी ने जांच की। मामला एसीबी के पास गया। एसीबी ने अागे की कार्रवाई के लिए सरकार से अनुमति मांगी। लेकिन अाज तक अनुमति नहीं मिली और सरयू इसे लगातार उठाते भी रहे।


शाह ब्रदर्स मामले में एजी को हटाने पर अड़े


शाह ब्रदर्स मामले में कोर्ट को डार्क में रखने के लिए उन्होंने महाधिवक्ता अजीत कुमार के विरुद्ध सरकार से कार्रवाई की मांग की। कुमार की  टिप्पणी पर सरयू भड़क गए। कहा-जिस कैबिनेट से एजी नियुक्त होते हैं, उसके मंत्री के विरुद्ध टिप्पणी सरकार को कटघरे में खड़ी करती है।


105 खदानों के लीज नवीकरण का विरोध किया


जनवरी 2017 में सरयू ने रघुवर दास सरकार द्वारा 105 खदानों का लीज नवीकरण करने का भी विरोध किया। उन्होंने अारोप लगाया कि सरकार ने नियम विरुद्ध लीज नवीकरण किया है, जिससे अरबों रुपये की हानि हुई।


कंबल घोटाले पर कार्रवाई की मांग की : 2018 में एजी की रिपोर्ट पर कंबल के सूत क्रय और बनाने में गड़बड़ी पर सरयू ने सरकार से कार्रवाई की मांग की थी।


इंजीनियरों पर सवाल उठाया : उन्होंने रास बिहारी सिंह को पथ निर्माण का अभियंता प्रमुख बनाने पर सवाल उठाया। कहा था कि लाभ के लिए ऐसा किया जाता रहा है।


पूर्व सीएस राजबाला को अलंकृत करने का विरोध 


पूर्व सीएस राजबाला वर्मा को कैबिनेट द्वारा बेहतर काम किए जाने के लिए अलंकृत करने पर भी सरयू राय ने सवाल खड़ा किया था। उन्होंने कहा था कि कैबिनेट ने अन्यान्य में ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है।